Tuesday, October 2, 2007

काली माँ

काली संस्कृत के काल लफज़ से आता है, जिसका मतलब हैं वक़्त| इसका मतलब मृत्यु भी होता है| काली माँ एक हिंदू देवी है और वे बा-वन कैप्रियो का एक माला पेहेंती हैं और उनका दामन काटे हुआ हाथों का है| इस वजह से ज़्यादातर लोग उन्हें एक तारीक़ तर और सकती देवी के रूप मे देखते है| आजकल काली माँ के दूसरे देवियों की तरह अन्य भक्त है,और मंदिरों में उनके दर्शन करने के लिए लोगो की बड़ी भीड़ होती हैं| काली माँ का जो भी रूप हो वे दूसरी देवियो से ज़्यादा ख़ुदा तरस हैं चूंकि वे हमे मोक्ष या निर्वाण का रास्ता बताती हैं| काली माँ शिव भगवान की तरह बुरायिओं और अंधकार का सर्वनाश करती हैं|काली माँ का सब से मशहूर भेष दक्शिनाकाली हैं| कहा जाता है की इस रूप में काली माँ अपने शिकारों का लहू पी कर नशे मे भयानक नाच नाचने लगी और इस गुस्से मे वे ग़लती से शिव भगवान पर नाचने लगती है और बाद मैं शर्मनाक होकर वह अपना जीब बहार करती है| काली माँ को मे भी मानता हूँ और इस ब्लॉग के ज़रिये मे उनके बारे मे थोड़ा इंफोर्मेशन पढ़ने वाला को देना चाहेथा था|

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